How do we celebrate Diwali festival best ways to celebrated diwali.
नमस्कार दोस्तों नमस्कार दोस्तों दीपावली स्वच्छता अभियान का त्यौहार है। इस दिन घरों की पुताई करवाई जाती है कपड़े पहने जाते हैं।
और साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है इस दौरान दीप जलाना रंगोली बनाना माता लक्ष्मी की पूजा करना mithaai बांटना और अच्छे-अच्छे पकवान बनाना नई वस्तुओं को खरीदने का महत्व भी है।
हिंदुओं के प्रमुख त्यौहार दीपावली का उत्सव 5 दिन तक चलता है। दक्षिण भारत और उत्तर भारत में इसे अलग-अलग दिन और अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है।
यानी की दक्षिण भारत में दिवाली के 1 दिन पहले chaturdshi को ही मुख्य दिन माना जाता है। लेकिन उत्तर भारत में यह 5 दिन का त्यौहार होता है। जो धनतेरस से शुरू होकर chaturdshi मुख्य पर्व दीपावली गोवर्धन पूजा से होते हैं।
- 1. पहला पहले दिन को धनतेरस कहते हैं दीपावली महोत्सव की शुरुआत धनतेरस से होती है इसे धनत्रयोदशी भी कहा जाता है। धनतेरस के दिन मृत्यु के देवता यमराज धन के देवता कुबेर और आयुर्वेदाचार्य धन्वंतरि की पूजा का महत्व है।
समुद्र मंथन में भगवान dhanvante अमृत कलश के साथ प्रकट हुए द और उनके साथ आभूषण वी बहुमूल्य रत्न भी समुद्र से निकले थे।
तभी से इस दिन का नाम धनतेरस पद गया और इस दिन बर्तन धातु वह आभूषण खरीदने की परंपरा शुरू हो गई।
- दूसरा नरक चतुर्दशी रूप चौदस और काली चौदस कहते हैं। इसी दिन नरकासुर का वध कर भगवान श्री कृष्ण ने 161 kanyaon को नरकासुर के बंटी ग्रह से मुक्त कर unhen सम्मान प्रदान किया था।
इस उपलक्ष्य के दीयों की बारात सच्चाई जाती है इस दिन को लेकर मान्यता है। की इस दिन सूर्योदय से पूर्व अपडेट एवं स्नान करने से समस्त पाप समाप्त हो जाते हैं। और पुण्य की प्राप्ति भी होती है।
वही इस दिन से एक और मान्यता भी जुड़ी हुई है। जिसके अनुसार इस दिन उबटन करके वी रूप के सौंदर्य में वृद्धि होती है।
- तीसरा दिन तीसरे दिन को दीपावली कहते हैं। यही मुख्य पर्व होता है। दीपावली का पर्व विशेष रूप से मैन लक्ष्मी की पूजा का पर्व होता है। कार्तिक माह में अमावस्या को ही समुद्र मंथन से मैन लक्ष्मी प्रकट हुई थी।
Jinhen धन वैभव ऐश्वर्या और सुख समृद्धि की देवी माना जाता है। अतः इस दिन मैन लक्ष्मी के स्वागत के लिए दीप जलाए जाते हैं। ताकि अमावस्या की रात के अंधकार में दीपों से वातावरण रोशन हो जाए।
दूसरी मान्यता यह है। की इस दिन भगवान रामचंद्र जी माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ 14 वर्षों का वनवास समाप्त कर घर लौटे थे।
श्री राम के स्वागत हेतु अयोध्या vasiyon ने घर-घर दीप जलाए थे। और नगर भर को abhayukt कर दिया तभी से दीपावली के दिन दीप जलाने की परंपरा शुरू हो गई।
किस तरह से आप दिवाली फेस्टवाल को मनाए जिससे लक्ष्मी का वास हो। आप के घर में, इस पर्व का प्रमुख बाते।
- पहला दिन लक्ष्मी पूजा दीपावली होता है। इस दिन रात्रि को धन की देवी लक्ष्मी माता का पूजन विधि पूर्वक करना चाहिए।
घर के प्रतीक स्थान को स्वच्छ करके वहां दीपक लगाना चाहिए जिससे घर में लक्ष्मी का वास एवं दरिद्रता का नाश होता है।
देवी लक्ष्मी भगवान गणेश तथा द्रव्य आभूषण आदि का पूजन करके 13 अथवा 26 deepakon के मध्य एक तेल का दीपक रखकर उसकी चारों batenyon को प्रज्वलित करना चाहिए।
दीप मलिका का पूजन करके उन दीपों को घर के प्रत्येक स्थान पर रखना चाहिए।
चौथा दिन चौथे दिन अन्य कुटिया गोवर्धन पूजा होती है। कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को गोवर्धन पूजा एवं anukut उत्सव मनाया जाता है।
इसे पड़वा या प्रतिपदा भी कहते हैं। खासकर इस दिन घर के पालतू यानी बैल गे बकरी आदि को अच्छे से स्नान कर कर unhen सजाया जाता है।
फिर इस दिन घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन बनाए जाते हैं। उनकी पूजा कर पकवान का जाता है। इस दिन को लेकर मान्यता है। की त्रेता युग में जब इंद्रदेव ने गोकुल vasiyon से नाराज होकर मूसलाधार बारिश शुरू की थी।
तब भगवान श्री कृष्ण ने छोटी उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर गांव vasiyon को गोवर्धन की छांव में सुरक्षित किया था तभी से पूजन की परंपरा शुरू हो गई paanchva दिन।
- भाई दूज और यह द्वितीया कहते हैं। भाई दूज 5 दिवसीय दीपावली महत्व का अंतिम दिन होता है। भाई दूज का पर्व भाई बहन की रिश्ते को प्रगाढ़ देता है। भाई की लंबी उम्र के लिए मनाया जाता है।
रक्षाबंधन के दिन भाई अपनी बहन को अपने घर बुलाता है। जबकि भाई दूज पर बहन अपने भाई को अपने घर बुलाकर उसे तिलक कर भोजन करती है।
उसकी लंबी उम्र की कामना करती है। इस दिन को लेकर मान्यता यह है। की यमराज अपनी बहन यमुना जी से मिलने के लिए उनके घर आए थे।
unhen प्रेम पूर्वक भोजन करवाया एवं वह वचन लिया की इस दिन हर साल में अपनी बहन के घर भोजन के लिए padharenge साथ ही जो बहन इस दिन अपने भाई को आमंत्रित कर तिलक करके भोजन karaegi उसके भाई की लंबी उम्र होगी।
- आप भी लक्ष्मी को स्वयं ही अपने हाथों से किसी और के हाथों में दे रहे हैं। अपने घर की लक्ष्मी को किसी और के घर विदा कर रहे हैं। दिवाली के इस अवसर पर हम बहुत सारी ऐसी गलतियां जाने अनजाने कर देते हैं। जिसकी वजह से हमारे जीवन में परेशानियों का आगमन शुरू हो जाता है।
हमारे घर में जो हम कितनी भी महालक्ष्मी की पूजा करते हैं। हमारे घर में महालक्ष्मी की कृपा नहीं होती है।
यह हमारी गलतियों की वजह जिसके बारे में हमें पता नहीं होता है। और बाद में हम सोचते हैं की यह सब pareshaniyan हमारे घर में क्यों आती है। जबकि हम तो इतना पूजा पाठ कर रहे हैं। हमने इतने mantron का जाप किया महालक्ष्मी का और हमने इतना पूजा और पाठ किया था।
दोस्तों बहुत जरूरी है दिवाली के इस शुभ अवसर पर यह जानना की हम क्या कर रहे हैं। क्या हम किसी से गिफ्ट में ले रहे हैं।
क्या हम किसी को गिफ्ट में दे रहे हैं। कहीं गिफ्ट में हम किसी को अपने घर की लक्ष्मी अपने घर की shubhta अपने घर का धन वैभव तो नहीं दे रहे हैं।
आज आपको यह पुरी ब्लॉग जरूर पढ़ना चाहिए। आज की वीडियो में मैं आपसे बताने वाली हूं की आपको दिवाली पर किन बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना है।
जिससे की मैन लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहे और मैन लक्ष्मी जो है। जाने अनजाने कहीं आपकी गलती की वजह से आपका घर छोड़कर दुष्ट होकर ना चली जाए।
- दिवाली के इस शुभ अवसर पर सब लोग किसी एक दूसरे को गिफ्ट देते हैं। कुछ ना कुछ गिफ्ट अवश्य देते हैं। और ऐसे समय में जब हम किसी को गिफ्ट देते हैं। हम नहीं सोचते हैं। की हम क्या दे रहे हैं। और वही गिफ्ट कई बार हमारी परेशानी का सबब बन जाता है।
दोस्तों दिवाली के इस शुभ अवसर पर हम जो गिफ्ट ले रहे हैं। usmein हमें कभी भी किसी से लक्ष्मी गणेश की मूर्ति या तस्वीर गिफ्ट में नहीं लेनी चाहिए क्यों नहीं लेनी चाहिए इसका जब आप किसी से लक्ष्मी गणेश की मूर्ति लेते और उसकी पूजा आप दिवाली के दिन कर रहे हैं। या बाकी के समय में भी आप उसकी पूजा कर रहे हैं। तो ऐसे में जो लक्ष्मी जी की पूजा आपने जितनी भी की उसे पूजा का पूर्ण फल आपको प्राप्त नहीं होता है।
पूजा का जो फल है।
वह उसे व्यक्ति को मिलता है जिससे आपको यह मूर्ति या तस्वीर गिफ्ट की है। इसलिए कभी भी आप किसी से जो दिवाली पूजा के लिए आप तस्वीर या मूर्ति जिस चीज की भी आप पूजा करना चाहते हैं। किसी से गिफ्ट में ना लें बल्कि अपने पैसों से खुद खरीद कर ले और तब उनकी पूजा करें।
- दूसरी बात जो आपको ध्यान रखनी चाहिए इस समय में वह यह के लक्ष्मी जी की तस्वीर या मूर्ति कभी भी किसी को दिवाली के दिन गिफ्ट नहीं करना चाहिए। दिवाली के दिन हम मैन लक्ष्मी के आगमन की तैयारी कर रहे हैं। महालक्ष्मी के स्थाई वास के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। ऐसे में आप अपने हाथों से किसी को लक्ष्मी गणेश की मूर्ति दे रहे हैं।
तस्वीर दे रहे हैं तो आप अपने घर की लक्ष्मी को खुद ही विदा कर रहे हैं। अपने घर से। आपको इस दिन बिल्कुल भी किसी को लक्ष्मी गणेश की मूर्ति या तस्वीर नहीं देनी चाहिए।
- चांदी का सिक्का हम सब खरीद कर लेट हैं। जिससे की हम धनतेरस के दिन पूजा करते हैं दिवाली के दिन पूजा करते हैं। चांदी के सिक्के पर महालक्ष्मी की मूर्ति बनी होती है।
गणेश भगवान की मूर्ति होती है। कुछ सिक्कों पर भगवान कुबेर की मूर्ति होती है। तो इस तरह से जो लक्ष्मी गणेश कुबेर देवता की जो मूर्ति वाले सिक्के होते हैं। तस्वीर वाले जो सिक्के होते हैं।
चांदी के सिक्के एक दूसरे को गिफ्ट दिए जाते हैं लेकिन चांदी के सिक्के पर महालक्ष्मी की तस्वीर या मूर्ति बनी हुई है। आप स्वयं सोचे आप अपने हाथों से एक तो चांदी जो की बहुत शुभ मणि जाती है।
लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है उसे पर आपने लक्ष्मी गणेश की मूर्ति भी बनी हुई है। और यह तस्वीर यह चांदी लक्ष्मी आप किसी और को दे रहे हैं।
बिल्कुल भी ऐसा दिवाली के दिन में ना करें।
- दोस्तों सोने या चांदी की कोई वस्तु भी आपको आज के दिन नहीं देनी चाहिए किसी को गिफ्ट में ऐसा इसलिए क्योंकि सोना चांदी मैन लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है।
आज के दिन जितना हो सके सोना या चांदी खरीद कर अपने घर में समर्थ के अनुसार लाना चाहिए उसकी पूजा करनी चाहिए विधिवत राष्ट्रीय विधि से और उसके बाद आप उसे अपने घर में अपने तिजोरी में रखते हैं।
उसकी पूजा कर रहे हैं। अपने घर में रख रहे हैं। ऐसे में अगर आप सोने या चांदी की वस्तु किसी को डैन में दे रहे हैं गिफ्ट में दे रहे हैं। अपने घर की लक्ष्मी आप किसी और को दे रहे हैं।
अपने घर की सुविधा आप किसी और को दे रहे हैं। जिससे की आपके घर में से लक्ष्मी जाएगी और आपके घर में परेशानियों का आगमन शुरू होगा इस बात का आप विशेष ध्यान रखें।
आपको इस समय में क्या chijen देनी चाहिए और क्या नहीं देनी चाहिए दोस्तों इस समय में यानी दिवाली के दिन
आपको किसी को भी पैसा उधर नहीं देना चाहिए ना ही आपको किसी से कर्ज लेना चाहिए आज के दिन दिया हुआ कर्जा कभी भी उतरता नहीं है। इसलिए भूल कर भी आज के दिन स्वरूप महालक्ष्मी की हम पूजा कर रहे हैं।
अगर आप आज के दिन किसी को भी धन दे रहे हैं।
तो आप अपने घर की लक्ष्मी दे रहे हैं।
उधर में आप किसी को पैसा दे रहे हैं। तो आप अपने घर की लक्ष्मी को ही विदा कर रहे हैं। तो विशेष ध्यान रखें की आपको आज के दिन किसी को पैसा रुपया भी नहीं कर्ज में देना है।
- अगली जो चीज है। वह है घड़ी भूल कर भी किसी को गिफ्ट में नहीं देना चाहिए ना ही दिवाली बल्कि कभी भी कभी किसी को गिफ्ट में नहीं देना चाहिए क्यों नहीं देना चाहिए इसके पीछे एक बहुत बड़ी वजह है। मैन लीजिए आपका समय बहुत अच्छा चल रहा है।
आपने किसी को घड़ी गिफ्ट करें घड़ी एक जो है। समय का प्रतीक है हमारे अच्छे या बुरे समय का प्रतीक होती है तो जब हम तो अपना अच्छा समय हम किसी को गिफ्ट में दे रहे हैं।
हमारे घर में फिर हमारे घर में परेशानियों का समय आता है। बुरा समय आता है जब हम अपना अच्छा समय किसी को दे देंगे अपनी सुविधा किसी को देंगे तो हमें उसके बदले में pareshaniyan मिलती है।
इस बात का आप विशेष ध्यान रखें और अगर हमारा समय अच्छा नहीं चल रहा है। और ऐसे में हम किसी को घड़ी गिफ्ट करते हैं। तो जो हमारा खराब समय है। वह किसी और के पास जाएगा जिससे की उसका समय जो है। वह खराब होगा कहीं ना कहीं हम बनेंगे।
इसलिए घड़ी किसी भी अवस्था में किसी को भी गिफ्ट में नहीं देनी चाहिए क्योंकि ज्यादातर ऐसा होता है। की ऐसे समय में दिवाली दिवाली के समय में ज्यादातर लोग गिफ्ट ही गिफ्ट में घड़ियां देते हैं। भूल कर भी आप ना तो किसी से घड़ी ले और ना ही किसी को घड़ी दे।
- आप लक्ष्मी पूजा के लिए सामग्री ले रहे हैं। फूल ले रहे हैं। भूल कर भी आज के दिन यह फूल यह पूजा सामग्री किसी और sena ने खुद खरीद कर ले और तभी मैन लक्ष्मी की पूजा करें।
इससे भी आप जो पूजा करेंगे उसका जो फल होगा वह उसे व्यक्ति को मिलेगा जिसने आपको पूजा सामग्री दी है।
इस बात का आप विशेष ध्यान रखें की आपको दिवाली के इस शुभ अवसर पर मैन लक्ष्मी को अपने घर में स्थाई रूप से अगर रखना है। महालक्ष्मी का वास आप चाहते हैं। की आपके घर में स्थाई रूप से हो तो आपको कौन सी चीज किसी को देनी चाहिए कौन सी चीज किसी को नहीं देनी चाहिए।
इस बात पर आपको विशेष रूप से ध्यान रखना है तभी हम महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। तभी हमें मैन लक्ष्मी का स्थाई वी हमारे घर में हो सकता है इस बात का आप अगर ध्यान रखते हुए। लक्ष्मी पूजा करते हैं। दिवाली के समय में तो आपके घर में महालक्ष्मी की कृपा अवश्य होगी।
दोस्तों दिवाली के समय में बहुत सारी जो पूजा होती है। हमारी शुभ समय में ना करने की वजह से भी कुछ पूजा का हमें पूर्ण फल नहीं मिलता है। इसलिए जभी भी आप दिवाली की पूजा कर रहे हैं। शुभ मुहूर्त देख कर करें दोस्तों शुभ मुहूर्त के लिए दिवाली पर आप ऑनलाइन देख सकते हो।
जिस समय में हमें पूजा करनी चाहिए जिससे की मैन लक्ष्मी की कृपा हम पर बनी रहेगी तो आप उसे वीडियो को जरूर देखें और शुभ समय में ही मैन लक्ष्मी की पूजा आराधना करें जिससे की मैन लक्ष्मी का हमारे घर में बना रहे उम्मीद हैं। आप को यह जानकारी अच्छी लगी होगी।
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diwali ke upar bohot ache se ye post likha hain mujhe bohot acha laga kyo ki isme puri bato ko bataya hain jaise , diwali ke time par kya karna chahiye or kya dena chahiye sath hi kya nahi dena chahiye
ReplyDeletethanks is post ke liye
Good ache se bataya hai diwali festival ko kya karna chahiye or kya nahi thanks wish all festival
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